दलाई लामा के 90वें जन्मदिन समारोह में मकलोड गंज में उमड़ा जनसैलाब

इस खास दिन पर विभिन्न तिब्बती बौद्ध संप्रदायों के प्रतिनिधि, स्कूल के छात्र, विभिन्न देशों के कलाकार और दुनियाभर के बौद्ध धर्मावलंबी एकत्रित हुए।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-07-06 15:27 GMT

मकलोड गंज में रविवार की भारी बारिश के बावजूद त्सुगलगखांग मंदिर के मुख्य प्रांगण में हजारों लोग 14वें दलाई लामा के 90वें जन्मदिन के जश्न में शामिल हुए।

पिछले कुछ दिनों में दलाई लामा संस्थान के समाप्त होने की अफवाहों के बीच यह विशाल समारोह मनाया गया। इस खास दिन पर विभिन्न तिब्बती बौद्ध संप्रदायों के प्रतिनिधि, स्कूल के छात्र, विभिन्न देशों के कलाकार और दुनियाभर के बौद्ध धर्मावलंबी एकत्रित हुए।

यहां और विदेशों से आए राजनीतिक नेता भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे और दलाई लामा की वैश्विक शांति और धार्मिक सद्भाव के प्रति उनके निरंतर समर्पण की सराहना की।

नौ-तह वाली केक के सामने बैठे दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो ने कहा कि लोगों का प्रेम ही उन्हें सभी जीवों की सेवा का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने कहा, "मैं शांतिकर देव के बोधिसत्वाचार्यावतार का चिंतन करता हूं, जिसमें सभी प्राणियों को अपने रिश्तेदार और मित्र मानकर उनकी सेवा करना बताया गया है। इस जन्मदिन के जश्न में आप सब बड़े हर्ष के साथ आए हैं, इसके लिए धन्यवाद।"

दलाई लामा ने आगे कहा कि लोगों ने जन्मदिन समारोह में हिस्सा केवल कर्तव्य के लिए नहीं, बल्कि गहरे सम्मान और श्रद्धा के साथ लिया है।

उन्होंने बताया, "मैंने अपनी जिंदगी कभी व्यर्थ नहीं की। दलाई लामा के रूप में मुझे गर्व नहीं है। बुद्ध के अनुयायी, भिक्षु और साधु के रूप में मैं जनता की सेवा और बुद्ध की शिक्षाओं का प्रचार करता हूं।"

समारोह की शुरुआत स्विट्जरलैंड स्थित तिब्बती गायक जमयान छोदेन द्वारा दलाई लामा के लिए गाए गए गीत से हुई। इसके बाद मंगोलिया और अल्बानिया के कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत किया।

केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष सिक्योंग पेन्पा त्सेरिंग ने तिब्बती निर्वासित सरकार की कैबिनेट काशाग की ओर से 'करुणा वर्ष' की घोषणा की, जिसे तिब्बतियों और तिब्बत के मित्रों द्वारा विश्वव्यापी स्तर पर मनाया जाएगा।

काशाग के बयान में कहा गया कि दलाई लामा की चार प्रमुख प्रतिबद्धताएं – सार्वभौमिक मानव मूल्य, धार्मिक सद्भाव, तिब्बती संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण तथा प्राचीन भारतीय ज्ञान का पुनरुद्धार – आज की वैश्विक समस्याओं के लिए सर्वोत्तम समाधान प्रदान करती हैं।

बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि आज के युग में हिंसा, हथियारों की दौड़, व्यापार युद्ध, सामाजिक विखंडन, नैतिक पतन और जलवायु परिवर्तन जैसी जटिल समस्याओं से जूझ रहे विश्व के लिए ये प्रतिबद्धताएं अतुलनीय मार्गदर्शन हैं।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, राजीव रंजन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, सिक्किम के मंत्री सोनम लामा और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गीयर ने भी संबोधन दिया।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा ने वीडियो संदेशों के माध्यम से जन्मदिन की शुभकामनाएं भेजीं।

संयुक्त राज्य के विदेश सचिव मार्को रूबियो ने भी इस अवसर पर शुभकामना संदेश भेजा।

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