आनंद विहार नमो भारत भूमिगत स्टेशन के लिए एनसीआरटीसी को किया गया सम्मानित, जानें क्या है स्टेशन की विशेषता

भूमिगत स्टेशन के लिए आईजीबीसी द्वारा प्लेटिनम रेटिंग से सम्मानित किया गया है;

Update: 2025-10-24 08:46 GMT

नई दिल्ली। एनसीआरटीसी को आनंद विहार नमो भारत (भूमिगत) स्टेशन के लिए आईजीबीसी द्वारा प्लेटिनम रेटिंग से सम्मानित किया गया है। प्लेटिनम रेटिंग आईजीबीसी ग्रीन सर्टिफेकशन के तहत प्रदान की जाने वाली सर्वोच्च रेटिंग है। यह रेटिंग इस स्टेशन की पर्यावरणीय सततता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को मान्यता प्रदान करती है।

यह उपलब्धि नमो भारत परियोजना में पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं को अपनाने के लिए एनसीआरटीसी द्वारा किए जा रहे निरंतर प्रयासों को दर्शाती है। एनसीआरटीसी ने सभी प्रमुख संस्थानों, जिनमें डिपो, स्टेशन, रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) और अन्य इमारतें शामिल हैं, को आईजीबीसी के साथ पंजीकृत किया है, जो सतत शहरी परिवहन को बढ़ावा देने के एनसीआरटीसी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

आनंद विहार स्टेशन को प्लेटिनम रेटिंग प्राप्त करने में मदद मिली

इस सर्टिफिकेशन के लिए परियोजना का आईजीबीसी ग्रीन मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम रेटिंग द्वारा परिभाषित छह पर्यावरणीय श्रेणियों में आकलन किया गया , जिनमें साइट का चयन और योजना, जल दक्षता, ऊर्जा दक्षता, सामग्री संरक्षण, आंतरिक पर्यावरण और यात्री आराम, तथा डिजाइन एवं निर्माण में नवाचार शामिल हैं। एनसीआरटीसी ने इन श्रेणियों में उत्कृष्ट कार्य किया है, जिससे आनंद विहार स्टेशन को यह प्लेटिनम रेटिंग प्राप्त करने में मदद मिली है।परियोजना की अवधारणा से लेकर कार्यान्वयन तक, प्रत्येक चरण में सस्टेनेबिलिटी को शामिल किया गया है। इसके लिए एनसीआरटीसी ने कई हरित प्रथाओं को अपनाया है, जिसमें कम कार्बन उत्सर्जित करने वाली निर्माण विधियों तथा ऊर्जा-कुशल प्रणालियों का प्रयोग, स्टेशनों का प्राकृतिक वेंटिलेशन के अनुरूप डिज़ाइन, वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित करना शामिल है। नमो भारत वायडक्ट के नीचे लैंडस्केपिंग, निर्माण और संचालन दोनों के दौरान समग्र कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद करता है।

कुल ऊर्जा आवश्यकताओं का लगभग 70% नवीकरणीय स्रोतों से पूरा किया जाएगा

एनसीआरटीसी का लक्ष्य है कि इसकी कुल ऊर्जा आवश्यकताओं का लगभग 70% नवीकरणीय स्रोतों से पूरा किया जाए। इसके लिए अपनी सौर नीति के तहत, एनसीआरटीसी स्टेशनों, डिपो और अन्य भवनों की छतों पर 15 मेगावाट पीक इन-हाउस सौर ऊर्जा उत्पन्न करने की योजना बना रहा है, जिसमें से 4.7 मेगावाट सौर ऊर्जा वर्तमान में उत्पन्न की जा रही है। साथ ही, ट्रैक्शन के लिए उपयोग की जाने वाली नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।

एनसीआरटीसी NCR में कुशल, सुरक्षित और सतत शहरी गतिशीलता प्रदान करने की दिशा में आगे

आनंद विहार स्टेशन के लिए आईजीबीसी प्लेटिनम रेटिंग, पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति एनसीआरटीसी की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है और वैश्विक पर्यावरणीय लक्ष्यों के अनुरूप एक हरित और अधिक सतत भविष्य बनाने के इसके प्रयासों को दर्शाती है। सीआईआई (CII) के तहत एक स्वायत्त गैर-लाभकारी संगठन के रूप में वर्ष 2001 में स्थापित आईजीबीसी (IGBC), पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए सतत प्रथाओं और समाधानों को बढ़ावा देता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संरेखित प्रथाओं के माध्यम से, आईजीबीसी कार्यालयों, इमारतों, कारखानों और बड़े पैमाने पर परिवहन प्रणालियों के लिए रेटिंग प्रदान करता है, जो संरक्षण प्रयासों को बढ़ावा देता है। इस तरह की कई पहल के साथ, एनसीआरटीसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुशल, सुरक्षित और सतत शहरी गतिशीलता प्रदान करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।

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