कोविड का नया XFG वेरिएंट वायरस के स्वाभाविक बदलाव का हिस्सा: पूर्व ICMR प्रमुख
मंगलवार तक देश में सक्रिय कोविड मामलों की संख्या 7,000 के पार पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 300 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए और छह लोगों की मौत हुई है।;
भारत में कोविड-19 के XFG वेरिएंट के 200 से ज्यादा मामलों के बीच, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा है कि यह वायरस के स्वाभाविक विकास की प्रक्रिया का हिस्सा है।
उन्होंने बताया कि SARS-CoV-2 वायरस समय के साथ खुद में बदलाव करता रहा है और XFG वेरिएंट उसी प्रक्रिया की एक कड़ी है।
मंगलवार तक देश में सक्रिय कोविड मामलों की संख्या 7,000 के पार पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में 300 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए और छह लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक XFG वेरिएंट से जुड़े 206 मामले सामने आए हैं। इनमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक 89, फिर पश्चिम बंगाल में 49 मामले मिले हैं।
इसके अलावा, केरल में 15, तमिलनाडु में 16, गुजरात में 11, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 6-6, ओडिशा में 4, पुडुचेरी में 3, दिल्ली और राजस्थान में 2-2 तथा पंजाब, तेलंगाना और हरियाणा में एक-एक मामला सामने आया है।
डॉ. भार्गव के अनुसार, XFG वेरिएंट में कुछ ऐसे बदलाव पाए गए हैं जो इसे इंसानी कोशिकाओं से चिपकने और इम्यून सिस्टम को चकमा देने में सक्षम बना सकते हैं। हालांकि अभी तक इस वेरिएंट से जुड़ी बीमारी के गंभीर होने के प्रमाण नहीं मिले हैं।
उन्होंने बताया कि भारत की जांच प्रणाली पहले की तुलना में काफी मजबूत हो चुकी है। RT-PCR जांच अभी भी संक्रमण की पहचान में अहम भूमिका निभा रही है। इसके अलावा Truenat जैसे उपकरणों की मदद से अब दूर-दराज के इलाकों में भी नए वेरिएंट को जल्दी पहचाना जा सकता है।
पॉइंट-ऑफ-केयर टेस्टिंग, जिसमें खून के नमूनों से एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है, महामारी के दौरान अहम रही थी और अब भी XFG जैसे नए वेरिएंट की पहचान में उपयोगी है।
डॉ. भार्गव ने लोगों से घबराने के बजाय सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखने पर जांच कराना, भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना और वैक्सीनेशन अपडेट रखना ज़रूरी है।
इस साल जनवरी से शुरू हुए मौजूदा संक्रमण की लहर में अब तक 74 लोगों की जान जा चुकी है। केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य है जहां 2,200 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं, इसके बाद गुजरात (1223) और दिल्ली (757) का स्थान है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, ज्यादातर मामलों में मरीजों की हालत सामान्य है और उन्हें घर पर ही इलाज दिया जा रहा है। हालांकि, सभी राज्यों को ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
INSACOG की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में सामने आए कुछ अन्य मामलों में LF.7 वेरिएंट के 21 केस और NB.1.8.1 वेरिएंट के 2 केस शामिल हैं। इनमें महाराष्ट्र और गुजरात में LF.7 के 6-6 मामले और NB.1.8.1 के एक-एक मामले महाराष्ट्र और तमिलनाडु से हैं।