गर्मियों का सुपरफूड लाल चुकंदर! ब्लड प्रेशर से लेकर वजन कंट्रोल करने तक जानें इसके फायदे और नुकसान

Update: 2025-06-05 02:30 GMT

नई दिल्ली। बीटरूट, जिसे हिंदी में चुकंदर कहा जाता है, न केवल एक स्वादिष्ट सब्जी है, बल्कि इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants ) होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए किसी सुपरफूड से कम नहीं हैं। अक्सर लोग चुकंदर का उपयोग सलाद या जूस के रूप में करते हैं। हालांकि कई लोगों को इसका स्वाद अच्छा नहीं लगता है, लेकिन चुकंदर खाने से सेहत को कई तरह लाभ मिलते हैं। रोजाना चुकंदर का जूस पीने से खून तो बढ़ता ही है साथ ही ये आंखों, ब्लड प्रेशर, पेट की चर्बी आदि को कम करने में भी सहायक है।

चुकंदर के पोषक तत्व

चुकंदर की तासीर ठंडी होती है। चुकंदर में कई पोषक तत्व होते हैं, जैसे मैंगनीज, पोटेशियम, आयरन, फोलेट, विटामिन ए, विटामिन बी6, और विटामिन सी। ये पोषक तत्व शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

फायदे

हाइड्रेशन- चुकंदर में पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है, खासकर गर्मी के मौसम में जब डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।

ऊर्जा- चुकंदर शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे थकावट कम होती है और आप दिन भर सक्रिय रह सकते हैं।

पाचन में सुधार- चुकंदर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।

खून की कमी दूर करता है- चुकंदर आयरन का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद करता है।

त्वचा के लिए- चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं।

ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है- चुकंदर में नाइट्रेट होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।

वजन घटाने में मदद- चुकंदर में कैलोरी कम होती है और फाइबर अधिक होता है, जो वजन घटाने में मदद करता है।

लिवर के लिए फायदेमंद- चुकंदर लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, जिससे लिवर स्वस्थ रहता है।

नुकसान

पेट की समस्या- चुकंदर का अधिक सेवन पेट खराब, दस्त और अपच का कारण बन सकता है।

किडनी स्टोन- चुकंदर में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, जो किडनी स्टोन का खतरा बढ़ा सकती है।

लो ब्लड प्रेशर- लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को चुकंदर का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को और कम कर सकता है।

एलर्जी- कुछ लोगों को चुकंदर से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर चकत्ते या अन्य एलर्जी हो सकती है।

हड्डियों की समस्या- चुकंदर खाने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो सकती है, जिससे हड्डियों की समस्या बढ़ सकती है।

लीवर को नुकसान- चुकंदर में कुछ मिनरल होते हैं जो अधिक मात्रा में लिवर में जमा होकर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं।

हाई ब्लड शुगर- हाई ब्लड शुगर वाले लोगों को चुकंदर से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक होता है।

चुकंदर की तासीर कैसी होती है

चुकंदर की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका सेवन दोपहर में भोजन के समय करना बेहतरीन विकल्प है। इसका सेवन सुबह और शाम के समय कम से कम या न के बराबर करना चाहिए। क्योंकि इस दौरान पाचन प्रक्रिया कमजोर होती है जिस कारण डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

चुंकदर का सेवन कैसे करें 

सलाद- चुकंदर को पतली स्लाइस या कद्दूकस करके सलाद में शामिल करें।

जूस- चुकंदर का जूस बनाकर सुबह के समय पी सकते हैं।

सूप या स्मूदी- चुकंदर को सूप या स्मूदी में मिलाकर खा सकते हैं।

उबालकर या भाप में पकाकर- चुकंदर को हल्का उबालकर या भाप में पकाकर खा सकते हैं।

सैंडविच- चुकंदर की पतली स्लाइस सैंडविच या रैप में भर सकते हैं।

पाउडर- चुकंदर का पाउडर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

चुकंदर को कब खाएं?

- चुकंदर का सेवन किसी भी समय किया जा सकता है।

- सुबह के समय चुकंदर का जूस पीना फायदेमंद हो सकता है।

- रात में चुकंदर का सलाद भी खा सकते हैं।

एक दिन में कितने चुकंदर खाएं

रोजाना 100 ग्राम या एक मीडियम साइज का चुकंदर खाना पर्याप्त है, जबकि जूस के रूप में 250 एमएल तक लिया जा सकता है।

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