UN मंच पर शहबाज शरीफ का झूठ बेनकाब, भारत के 7 विमानों को गिराने का किया फर्जी दावा

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के मंच से शरीफ ने दावा किया कि पाकिस्तानी फाइटर जेट्स ने भारत के सात विमानों को "कबाड़" में बदल दिया।;

By :  DeskNoida
Update: 2025-09-26 16:30 GMT

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर अपने झूठे दावों के चलते विवादों में घिर गए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के मंच से शरीफ ने दावा किया कि पाकिस्तानी फाइटर जेट्स ने भारत के सात विमानों को "कबाड़" में बदल दिया। लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।

दरअसल, मई 2025 के पहले हफ्ते में हुए संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान के कई लड़ाकू विमानों को मार गिराया था। इतना ही नहीं, लगातार बढ़ते दबाव के चलते पाकिस्तान को सीजफायर के लिए भारत के सामने झुकना पड़ा था।

शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में कहा, "हमारे बाजों (पायलट्स) ने उड़ान भरी और सात भारतीय विमानों को कबाड़ में बदल दिया।" पाकिस्तान पहले भी पांच भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा कर चुका है, लेकिन कभी कोई सबूत पेश नहीं कर पाया।

भारत ने इन दावों को हमेशा निराधार बताया है। भारतीय एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने पिछले महीने साफ कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों और एक बड़े विमान को मार गिराया था।

ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमला

गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत ने 7 मई 2025 को शुरू किया था। यह कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 निर्दोष भारतीय नागरिकों की जान चली गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) ने ली थी।

शरीफ का शांति का दिखावा

अपने संबोधन में शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान बातचीत और कूटनीति के जरिए विवादों का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान भारत के साथ लंबित मुद्दों पर व्यापक और नतीजामुखी वार्ता के लिए तैयार है।

इसके अलावा, शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से दक्षिण एशिया में बड़ा युद्ध टला। इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने की घोषणा भी की।

हालांकि, शरीफ के ये बयानों को भारत ने प्रोपेगेंडा करार दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान अपने घरेलू असंतोष और नाकामियों को छुपाने के लिए ऐसे झूठे दावों का सहारा लेता है।

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