UP Weather: इटावा में सबसे सर्द रात, कड़ाके की ठंड से यूपी बेहाल, कई जिलों में स्कूल बंद
हालात ऐसे हैं कि कई जिलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है, जिससे शीत दिवस और अति शीत दिवस की स्थिति बन गई है।;
उत्तर प्रदेश इस समय भीषण ठंड और घने कोहरे की चपेट में है। उत्तरी तराई से लेकर पूर्वांचल तक कोहरे की मोटी चादर ने सूरज की तपिश को पूरी तरह रोक दिया है। हालात ऐसे हैं कि कई जिलों में दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है, जिससे शीत दिवस और अति शीत दिवस की स्थिति बन गई है। कड़ाके की ठंड का असर आम जनजीवन, यातायात और शिक्षा व्यवस्था पर साफ नजर आ रहा है। कई जिलों में स्कूलों को बंद करना पड़ा है, वहीं रेल और हवाई सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, तराई क्षेत्रों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। बहराइच और बस्ती में अति शीत दिवस दर्ज किया गया है। यहां दिनभर गलन और ठिठुरन से लोग बेहाल रहे। कानपुर, गोरखपुर और सुल्तानपुर में भी शीत दिवस की स्थिति बनी रही, जहां दिन का तापमान सामान्य से 5 से 8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे रिकॉर्ड किया गया।
इटावा में सबसे सर्द रात, 21 शहरों में पारा 10 से नीचे
रात के तापमान की बात करें तो इटावा प्रदेश में सबसे ठंडा जिला रहा। यहां न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के कुल 21 शहरों में रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है। चुर्क में 7.0, बाराबंकी में 7.4, कानपुर शहर में 7.7, मुजफ्फरनगर में 8.1, आगरा ताज और प्रयागराज में 8.1 से 8.2 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रिकॉर्ड किया गया। इससे साफ है कि रात की ठंड ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले रखा है।
दिन में कहां रहा सबसे कम तापमान
घने कोहरे के कारण दिन में सूरज नहीं निकल पाया, जिससे अधिकतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। बहराइच में दिन का तापमान सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस रहा। अयोध्या में 15.0, शाहजहांपुर में 15.2, बलिया और गाजीपुर में 15.5, सुल्तानपुर में 15.6 और बस्ती में 16.0 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। कानपुर, गोरखपुर और आसपास के इलाकों में भी दिनभर गलन बनी रही।
झांसी और मेरठ में अलग तस्वीर
जहां एक ओर तराई और पूर्वांचल कड़ाके की ठंड से कांप रहे हैं, वहीं बुंदेलखंड के झांसी में स्थिति बिल्कुल उलट रही। यहां अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से करीब 4.5 डिग्री ज्यादा है। इसी तरह मेरठ और आगरा में दिन के समय धूप निकलने से लोगों को ठंड से थोड़ी राहत मिली।
कोहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त
घने कोहरे का सबसे ज्यादा असर पूर्वांचल में देखने को मिला। वाराणसी में सुबह करीब छह घंटे तक दृश्यता शून्य रही। इसका असर रेल और हवाई यातायात पर पड़ा। वंदेभारत समेत दर्जनों ट्रेनें 15-15 घंटे तक देरी से चलीं। एयरपोर्ट पर सीमित समय तक ही उड़ानों का संचालन हो सका और कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित रहा और वाहन रेंगते नजर आए।
स्कूल बंद, बढ़ी मुश्किलें
ठंड और कोहरे को देखते हुए प्रशासन ने कई जिलों में स्कूल बंद करने का फैसला लिया है। जौनपुर में 12वीं तक के स्कूल 24 दिसंबर तक बंद कर दिए गए हैं, जबकि चंदौली में कक्षा आठ तक के विद्यालयों में 26 दिसंबर तक छुट्टी घोषित की गई है। कानपुर में दृश्यता कई इलाकों में जीरो तक पहुंच गई। शीतलहर के बीच बीते 24 घंटों में कानपुर मंडल और बुंदेलखंड क्षेत्र में ठंड से मौतों की खबरें भी सामने आई हैं।
मौसम विभाग, यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग, का कहना है कि आने वाले दिनों में पश्चिमी यूपी में घने कोहरे का दायरा और बढ़ सकता है। कुल मिलाकर, कड़ाके की ठंड और कोहरे ने उत्तर प्रदेश में लोगों की दिनचर्या पूरी तरह बदल दी है और फिलहाल राहत के आसार कम ही नजर आ रहे हैं।