विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने एक दर्जन लोगों को घर वापसी कराया, फिर से बनाए गए हिंदू , जानें क्या लालच देकर बनाया था मुसलमान

लड़कियों को तरह तरह के लालच दिए जाते हैं, जैसे नौकरी देना और उसकी शादी अच्छे लड़के से करवाना। इस कार्य़ के लिए वो मुस्लिम लड़कों का सहारा लेता है।;

By :  Aryan
Update: 2025-07-03 08:57 GMT

लखनऊ। हिंदू लड़कियों से प्यार का नाटक करके और उसे बहला कर शादी करना, फिर उन्हें मुस्लिम बनाने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग करने वाले विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने गुरुवार को एक दर्जन से अधिक लोगों की घर वापसी कराई है। इतना ही नहीं सभी लड़कियों को हिंदू धर्म में वापस लाने के बाद गोमती नगर के डिगडिगा गांव के शिव मंदिर में रीति रिवाज से वैदिक मंत्रों के साथ शुद्धिकरण भी किया गया।विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने एक दर्जन लोगों को घर वापसी कराया, फिर से बनाए गए हिंदू , जानें क्या लालच देकर बनाया था मुसलमान व अब्दुल माबूद रजा उर्फ आकिब की गिरफ्तारी न होने पर भी रोष जताया है। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि यूपी में करीब दस हजार हिन्दुओं को मुसलमान बनाया जा चुका है।

गजवा-ए-हिंद संगठन पर विदेशों से फंडिंग का भी आरोप

गजवा-ए-हिंद संगठन पर विदेशों से फंडिंग का भी आरोप लगाया तथा विश्व हिंदू रक्षा परिषद से जुड़े कमलेश तिवारी हत्याकांड में भी गजवा-ए-हिंद संगठन से तार जुड़े होने के मामले को उठाया। उन्होंने कहा कि एसटीएफ और पुलिस अगर थोड़ा गंभीर रहे और थानों में ईमानदारी से काम हो जितने मामले आते हैं, उनकी सही से सुनवाई करें तो दोषियों पर कार्रवाई हो सकती है, धर्मांतरण पर भी रोक लग सकता है।

लड़कियों को तरह तरह के लालच दिए जाते थे

एक पीड़िता ने कहा कि गजवा-ए-हिन्द से जुड़े छांगुर पीर ही ऐसा शख्स है जो अपने पैर न सिर्फ उत्तर प्रदेश में तेजी से पसार रहा है, बल्कि भारत के अधिकांश राज्यों में उसने धर्मांतरण का जाल फैला रहा है। इसके लिए लड़कियों को तरह तरह के लालच दिए जाते हैं, जैसे नौकरी देना और उसकी शादी अच्छे लड़के से करवाना। इस कार्य़ के लिए वो मुस्लिम लड़कों का सहारा लेता है।लड़कियों को तरह तरह के लालच दिए जाते हैं, जैसे नौकरी देना और उसकी शादी अच्छे लड़के से करवाना। इस कार्य़ के लिए वो मुस्लिम लड़कों का सहारा लेता है। वहीं राष्ट्रीय संगठन मंत्री बॉबी गुप्ता ने जानकारी दी गजवा-ए-हिंद संगठन को भारत के साथ ही विदेशों से भी सौ करोड़ से अधिक की फंडिंग हर साल होता है। धर्मांतरण के खेल को जल्द से जल्द रोकना जरुरी है।

घर वापस होने वालों के नाम

मंडवी शर्मा (जैनब) औरैया, सोनू रानी सहारनपुर, मालती सिद्धार्थ नगर, रीना मुरादाबाद, पल्लवी मन्नत आब्दी, हरजीत कश्यप, संचित गौतम, राम नरेश मौर्या बलरामपुर, नरेंद्र मिश्रा, हरजीत सिंह व मूर्ति देवी हैं। धर्मांतरण के बाद इन सभी के नाम बदल दिए गए थे।

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