दिल तू ही बता से लोगों के दिलों में छाने वाले जुबिन गर्ग पंचतत्व में हुए विलीन, पैरों की अमिट छाप रखी गई धरोहर के रूप में
अंतिम यात्रा में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, सीएम डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा आदि कई नेता शामिल हुए;
असम। असम के प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उसके बाद उनका अंतिम संस्कार आज मंगलवार को असम के कमरकुची गांव में किया गया। जुबीन के प्रशंसकों ने नम आंखों से उन्हें आखिरी विदाई दी। जुबीन गर्ग
अपने फैंस के दिलों में हमेशा राज करेंगे। उनकी अंतिम यात्रा में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, सीएम डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा आदि कई नेता शामिल हुए। बता दें कि उनका निधन 19 सितंबर 2025 को सिंगापुर में हुआ था।
पत्नी हुईं बेसुध
आज कमरकुची एनसी गांव स्थित श्मशान घाट पर जुबीन गर्ग का अंतिम संस्कार संपन्न किया गया। जानकारी के मुताबिक, उनकी बहन पाल्मे बोरठाकुर और भतीजे ने मुखाग्नि दी है। उनकी पत्नी रोते-रोते बेसुध हो गईं और अपने पति का सर आखिरी बार चुमा। पति की चिता के सामने खड़ी हो उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती रहीं। उनकी पत्नी गरिमा को देखकर सभी भावुक हो गए।
मुख्यमंत्री ने दिए दोबारा पोस्टमार्टम के आदेश
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा शर्मा ने गायक की मौत की नई जानकारी आने के बाद जुबीन गर्ग का दूबारा पोस्टमार्टम करवाया। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जुबीन गर्ग का दूसरा पोस्टमार्टम किया गया है। बता दें कि इस प्रक्रिया में एम्स गुवाहाटी के स्पेशल डॉक्टरों की टीम भी शामिल रही।
सीएम ने किया खुलासा
सीएम ने खुलासा करते हुए कहा कि सिंगापुर से प्राप्त मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण डूबना बताया गया, लेकिन यह बात पहली रिपोर्ट से मेल नहीं खा रही थी। इसलिए परिवार की सहमति लेकर इनका दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया ताकि असली वजह का पता लग सके।
पैरों की अमिट छाप ली गई
आखिरी विदाई से पहले जुबिन गर्ग के सम्मान में उनके पैरों की छाप भी ली गई। जो कि उनके प्रशंसकों और प्रदेश के लिए अमिट विरासत के प्रतीक के रूप में सहेजकर रखा जाएगा।