केदारनाथ यात्रा में फंसे 800 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला, जानें किस तरह एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बना रही है कच्चा रास्ता

Update: 2025-07-31 10:18 GMT

रुद्रप्रयाग। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की अलग-अलग टीमें गौरीकुंड से यात्रियों को अस्थायी पंगड़ंगी के सहारे सोनप्रयाग पहुंचाने में जुटी रहीं। वहीं टीम ने गौरीकुंड से करीब एक किमी पहले हाईवे से जंगल की तरफ कच्चा रास्ता बनाया और यहां से यात्रियों को जंगल की तरफ भेजकर अन्य जवानों की मदद से सोनप्रयाग तक पहुंचाया। हालांकि 800 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच की सड़क पर मलबा

बता दें कि सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच की सड़क पर मलबा है। लेकिन इसके बावजूद भी यह रोजाना खुली रहती है। इसी तरह, सिरोबगड़ में सड़क ज्यादातर दिनों में बंद रहती है। इसे फिर से खोला जा रहा है और स्थायी मरम्मत सुनिश्चित कर रहे हैं। हालांकि गंगोत्री राजमार्ग पर गंगोत्री जाने वाला मार्ग बंद है। वहीं पिथौरागढ़ में भी एक बंद है। लगभग 35 पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण सड़कों को फिर से खोलने की कार्रवाई चल रही है। मुख्य सड़कें ज्यादातर खुली हैं और यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। लगातार बारिश जारी है और आईएमडी अलर्ट प्राप्त होने पर हम जिलों को अपडेट और सुरक्षा सावधानियां भेजते हैं।

आज सुबह दो सौ यात्री दर्शन करके लौटे

दरअसल, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस ने आज सुबह साढ़े दस बजे तक 800 यात्रियों को निकाला। मौके पर लगभग 60-70 यात्री रुके हैं। भारी बारिश की चेतावनी के बीच तैयारियों पर राज्य के आपदा सचिव का कहना है कि कहीं भी कोई महत्वपूर्ण नुकसान नहीं हुआ है। हमारा चार धाम मार्ग कुछ क्षेत्रों को छोड़कर ज्यादातर खुला है। वहीं आज सुबह दो सौ यात्री दर्शन करके लौटे हैं, जो कि पैदल ट्रैक पर हैं।

राज्य मार्गों में उत्तरकाशी और नैनीताल में एक-एक राज्यमार्ग बंद

वहीं इससे पहले एनडीआरएफ और एसडीआरफ ने गौरीकुंड से 2179 यात्रियों को अस्थायी पगडंडी का निर्माण कर जंगल के रास्ते सकुशल सोनप्रयाग पहुंचाया। यात्री बाबा केदार के दर्शन कर लौटे थे और राष्ट्रीय राजमार्ग के मुनकटिया के समीप भारी भूस्खलन के कारण बंद होने से फंस गये थे। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार रुद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग गौरीकुण्ड व सोनप्रयाग के बीच भूस्खलन की वजह से बंद है।

दो राज्य मार्ग सहित 62 सड़कें बंद

बता दें कि इस मामले में एसडीआरएफ के एसआई का कहना है कि शाम 7 बजे तक 2179 यात्रियों को सोनप्रयाग सकुशल लाया गया है, जिसमें 1679 पुरुष, 414 महिलाएं और 47 बच्चे शामिल हैं। वहीं यह सभी यात्री बीते मंगलवार को पैदल मार्ग से धाम पहुंचे थे। राज्य में बारिश के बाद मलबा आने से एक राष्ट्रीय और दो राज्य मार्ग सहित 62 सड़कें बंद हैं। राज्य मार्गों में उत्तरकाशी और नैनीताल में एक-एक राज्यमार्ग बंद है।

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