पाकिस्तान से डाक और व्यापार पर पूरी तरह रोक, जानें साइबर हमले का जवाब भारत ने किस तरह से दिया
नई दिल्ली (शुभांगी)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक के बाद एक कई कड़े फैसले लिए हैं। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिसके बाद भारत सरकार ने सभी प्रकार की पाकिस्तानी डाक और पार्सल सेवाओं को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
डाक सेवाएं अब पूरी तरह बंद
भारत सरकार के संचार मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अब पाकिस्तान से कोई भी डाक या पार्सल चाहे वो हवाई मार्ग हो या जमीनी मार्ग भारत में नहीं आएगा। यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया है।
बंदरगाहों पर भी पाकिस्तान को नो एंट्री
सरकार ने सभी भारतीय बंदरगाहों को पाकिस्तानी ध्वजवाहक जहाजों के प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश दिया है। अब कोई भी पाकिस्तानी जहाज भारत के किसी भी बंदरगाह पर लंगर नहीं डाल सकेगा। इसके अलावा, भारतीय जहाजों को भी पाकिस्तानी बंदरगाहों पर जाने की अनुमति नहीं होगी।
वीजा, जल संधि और सैन्य संपर्क भी निलंबित
पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई यहीं तक सीमित नहीं रही। सरकार ने विशेष वीजा सेवाएं रद्द कर दी हैं, अटारी-वाघा सीमा को बंद कर दिया है, और सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया है। इतना ही नहीं, भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग में स्टाफ की संख्या भी घटा दी है और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों को "persona non grata" घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया है।
साइबर हमले भी बने टकराव की वजह
सरकारी कदमों से ठीक पहले पाकिस्तान-आधारित हैकिंग समूहों ने भारत की कई वेबसाइट्स पर हमला किया। "Cyber Group HOAX1337" और "National Cyber Crew" जैसे संगठनों ने आर्मी पब्लिक स्कूल, नागरोटा और सुंजवां की वेबसाइटों को निशाना बनाया और उन पर पहलगाम हमले को लेकर आपत्तिजनक संदेश अपलोड किए।
भारत की साइबर सुरक्षा टीम ने तुरंत की जवाबी कार्रवाई
हालांकि भारत की मजबूत साइबर सुरक्षा प्रणाली ने इन प्रयासों को तुरंत पहचान लिया और उनका स्रोत पाकिस्तान में पाया गया। "Internet of Khilafah (IOK Hacker)" नामक समूह ने भी भारत की वेलफेयर और शिक्षा से जुड़ी वेबसाइटों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाने दिया गया।