वायरल इंफेक्शन के बढ़ते मामले में डॉक्टरों ने दी चेतावनी, ICMR ने चौंकाने वाली रिपोर्ट की जारी, जानें क्या

अशुद्ध हवा से इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहे हैं, जिससे बार-बार खांसी, जुकाम और बुखार का खतरा बना रहता है।;

By :  Aryan
Update: 2025-11-21 03:30 GMT

नई दिल्ली। भारत में वायरल इंफेक्शन के मामले बहुत बढ़ रहे हैं। इस सिलसिले में ICMR की जारी रिपोर्ट ने चिंता को बढ़ा दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, अब सिर्फ सर्दी-जुकाम ही नहीं, बल्कि डेंगू, चिकनगुनिया, डायरिया, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां भी किसी मौसम में फैल जा रही हैं।

4.5 लाख सैंपल में से 11.1 प्रतिशत में गंभीर वायरस पाए गए

जानकारी के मुताबिक, देश में हर 9 में से एक व्यक्ति किसी न किसी संक्रमण से प्रभावित पाया गया। 4.5 लाख सैंपल में से 11.1 प्रतिशत में गंभीर वायरस पाए गए हैं। स्टडी के दौरान कई खास वायरस सामने आए जैसे ARI/SARI में इन्फ्लूएंजा A, तेज बुखार वाले मामलों में डेंगू, पीलिया में हेपेटाइटिस A, डायरिया में नोरोवायरस और दिमागी बुखार जैसे मामलों में HSV। इससे पता चलता है कि वायरस अलग-अलग स्तर पर सक्रिय हैं।

कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में तेजी से फैलता है संक्रमण

डॉक्टरों के अनुसार, यह बढ़ती संख्या केवल हल्के बुखार का मामला नहीं है। बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में संक्रमण तेजी से फैलता है, और गंभीर बीमारी का रूप लेता है। इन दिनों अस्पतालों पर अतिरिक्त दबाव दिया जा रहा है। इसके अलावा भीड़भाड़ वाली जगहों पर, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, ऑफिस में संक्रमण तेजी से फैलता है।

प्रदूषण से भी खराब हो रहे फेफड़े

प्रदूषण से भी फेफड़ों में खराबी आ रही है। अशुद्ध हवा से इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहे हैं, जिससे बार-बार खांसी, जुकाम और बुखार का खतरा बना रहता है। इसके अलावा मौसम में उतार-चढ़ाव और नमी रहने से वायरस तेजी से बढ़ने लगते हैं।

गौरतलब है कि COVID-19 के बाद लोगों की immunity में बदलाव आया है। विशेषज्ञ कहते हैं कि रोजमर्रा की आदतों में सुधार करके काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। इसलिए समय रहते फ्लू और हेपेटाइटिस के टीके लगवाना बेहद जरूरी है।


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