Khatu Shayam: खाटू श्याम जी के दर्शन करने जाएं तो जरूर करें ये काम, मिलेगी बाबा की कृपा! जानें उपाय

Update: 2025-07-30 02:30 GMT

सीकर। खाटू श्याम जी को हिंदू धर्म में विशेष रूप से राजस्थान और हरियाणा में महत्वपूर्ण देवता के रूप में पूजा जाता है। उन्हें अक्सर "श्याम बाबा","हारे का सहारा", और "कलियुग का अवतार" जैसे नामों से संबोधित किया जाता है। बड़ी संख्या में भक्त उनकी पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिर आते हैं। खाटू श्याम जी मंदिर में प्रतिवर्ष फाल्गुन मास की एकादशी को एक बड़ा मेला आयोजित होता है, जिसमें दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु एकत्रित होते हैं।

कहां है खाटू श्याम मंदिर

खाटू श्याम मंदिर राजस्थान के सीकर जिले के खाटू गांव में स्थित है। सीकर से यह लगभग 43 किलोमीटर दूर है. यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है।

खाटू श्याम बाबा को प्रसन्न करने के उपाय

1. सच्चे मन से आराधना- प्रतिदिन सुबह-शाम बाबा श्याम की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीप जलाएं, फूल अर्पित करें और "ॐ श्री श्याम देवाय नमः" जैसे मंत्रों का जाप करें।

2. भोग अर्पण- बाबा को कच्चा दूध, खीर, चूरमा, तिल के लड्डू और खोए के पेड़े विशेष रूप से प्रिय हैं। घर पर बने प्रसाद का विशेष महत्व है।

3. निश्चित उपाय- 27 दिन तक देसी गाय के घी से बाबा श्याम की ज्योत जलाना और मोगरे व केसर का इत्तर चढ़ाना शुभ माना जाता है, खासकर यदि आपके काम नहीं बन रहे हों।

4. अर्जी/अरदास लगाना- आप घर पर या खाटू श्याम जी के मंदिर जाकर अपनी मनोकामना को सफेद या पीले कागज पर लिखकर, बाबा को अर्पित कर सकते हैं। कागज पर अपनी इच्छा और नाम लिखकर उसे मौली से सूखे नारियल के साथ बांधकर बाबा को चढ़ाया जाता है, एक ज्योतिषी के अनुसार।

5. विशेष फलदायक दिन- फाल्गुन मास की एकादशी और द्वादशी तिथि पर खाटू श्याम जी के दर्शन विशेष फलदायी माने जाते हैं।

6. बाबा के प्रसाद का वितरण- मंदिर से लाया गया प्रसाद घर आकर स्नान के बाद बांटना भी शुभ माना जाता है।

7. श्याम नाम का जाप- दर्शन के बाद 11, 51, या 108 बार "श्याम" नाम का जाप करें। इससे बाबा की कृपा शीघ्र मिलती है और मानसिक शांति मिलती है。

कैसे लगाएं खाटू श्याम भगवान को अर्जी

बता दें कि वैसे तो खाटू श्याम जी को शीश झुकाकर, मन्नत का धागा बांधकर अर्जी लगा सकते हैं। लेकिन हम आपको यहां पर एक अनोखा तरीका बताने जा रहे हैं। जिससे भी आप उनसे अरदास कर सकते हैं। ये तरीका पर्ची का। जी हां, आप यहां पर बाबा के नाम पत्र लिखकर उनसे अरदास लगा सकते हैं। इसके लिए आप कोरे कागज पर लाल रंग की पेन से श्री श्याम लिखें फिर अपनी इच्छा और अपना नाम लिखकर मौली से सूखे नारियल के साथ बांध दीजिए। अब आप इस नारियल को खाटू श्याम को चढ़ा दीजिए।

उत्पत्ति और महाभारत से संबंध

बर्बरीक बचपन से ही वीर और महान योद्धा थे और उन्होंने भगवान शिव को प्रसन्न कर तीन अभेद्य बाण प्राप्त किए थे, जिसके कारण उन्हें 'तीन बाण धारी' भी कहा जाता है। महाभारत के युद्ध में उन्होंने स्वेच्छा से अपना शीश दान कर दिया था, जिसके बाद भगवान कृष्ण ने उन्हें कलियुग में श्याम नाम से पूजे जाने का वरदान दिया।

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