रनवे बना परीक्षा केंद्र: सहरसा में हवाई पट्टी पर सैकड़ों छात्रों की परीक्षा, जानें क्या है वजह, देखें वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में खुले आसमान के नीचे सैकड़ों छात्र कतारबद्ध बैठे दिखाई दिए;
सहरसा (राशी सिंह)। बिहार के सहरसा जिले से एक ऐसा दृश्य सामने आया है, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा है। आमतौर पर हवाई अड्डों के रनवे पर विमान उतरते और उड़ान भरते हैं, लेकिन सहरसा में यही रनवे अब युवाओं के लिए परीक्षा केंद्र बन चुका है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में खुले आसमान के नीचे सैकड़ों छात्र कतारबद्ध बैठे दिखाई देते हैं, जो जमीन पर बैठकर लिखित परीक्षा दे रहे हैं।
बड़ी जगह की जरूरत, सीमित संसाधन
यह अनोखी व्यवस्था एक निजी कोचिंग एकेडमी द्वारा की जा रही है, जो बिहार पुलिस, BSF, आर्मी और अन्य सुरक्षा बलों में भर्ती के इच्छुक युवाओं को फिजिकल और लिखित परीक्षा की तैयारी कराती है। चूंकि क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा के लिए उपयुक्त हॉल उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए इस एकेडमी ने सहरसा हवाई अड्डे के निष्क्रिय रनवे को ही अस्थायी परीक्षा केंद्र के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
हर रविवार होता है आयोजन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह परीक्षा हर रविवार आयोजित की जाती है, जिसमें 300 से अधिक छात्र-छात्राएं भाग लेते हैं। मैदान में कोई डेस्क या बेंच नहीं होती, छात्र सीधे जमीन पर बैठकर परीक्षा देते हैं। मौसम और हवाई यातायात की स्थिति के अनुसार परीक्षा की व्यवस्था की जाती है।
कौन हैं इसके पीछे?
इस पूरी व्यवस्था के पीछे हैं करण टाइगर, जो 2015 से युवाओं को फिजिकल ट्रेनिंग दे रहे हैं। अब वे लिखित परीक्षा की तैयारी भी करवाते हैं। करण टाइगर का कहना है कि जब तक इस जगह पर सरकार की ओर से कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं होता या कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए जाते, तब तक वे इस स्थान का उपयोग करते रहेंगे। लिखित परीक्षा के समन्वयक रविंद्र कुमार, जो सहरसा के बसंतपुर गांव के निवासी हैं, 2013 से गरीब छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहे हैं। वे युवाओं को पुलिस, सेना और रेलवे की नौकरियों के लिए प्रशिक्षित करते हैं। यह व्यवस्था उनके और करण टाइगर जैसे समर्पित लोगों के कारण ही संभव हो पाई है।
छात्रों और सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
कुछ छात्रों ने बताया कि रनवे का शांत और खुला वातावरण पढ़ाई व परीक्षा दोनों के लिए उपयुक्त है। वे कहते हैं कि जैसे ही कोई विमान आता है, वे तत्काल रनवे खाली कर देते हैं और यह पूरी प्रक्रिया सहज रूप से चलती है। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ ने इसे शिक्षा के प्रति युवाओं की प्रतिबद्धता और संघर्ष का प्रतीक माना, तो कुछ ने इस पर सवाल उठाए – खासकर सुरक्षा, वैधता और प्रशासनिक व्यवस्था की कमी को लेकर।
प्रशासन की चुप्पी और भविष्य की अनिश्चितता
अब तक स्थानीय प्रशासन या भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह रनवे किसके अधिकार क्षेत्र में आता है- राज्य सरकार या केंद्र सरकार के।