खुदाई में निकला चांदी के सिक्कों का घड़ा, एसटीएफ बनकर आए कार सवार ‘खजाना’ ले उड़े
खुदाई का काम जेसीबी मशीन से किया जा रहा था, तभी अचानक जमीन के भीतर से एक घड़ा बाहर निकला। जब उसे खोला गया तो उसमें बड़ी संख्या में चांदी के सिक्के मिले, जिन्हें देखकर मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए।;
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां मकान की खुदाई के दौरान जमीन से चांदी के सिक्कों से भरा घड़ा निकलने के बाद अफरा-तफरी मच गई। यह घटना गुरुवार को कोतवाली देहात क्षेत्र के ठकुरापुर ग्रामदास बाबा कुट्टी पर स्थित एक पुराने खपरैलनुमा खंडहर मकान में हुई। खुदाई का काम जेसीबी मशीन से किया जा रहा था, तभी अचानक जमीन के भीतर से एक घड़ा बाहर निकला। जब उसे खोला गया तो उसमें बड़ी संख्या में चांदी के सिक्के मिले, जिन्हें देखकर मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घड़े में कुल 509 चांदी के सिक्के थे। खुदाई के दौरान सिक्कों से भरा घड़ा निकलने की खबर कुछ ही मिनटों में आसपास फैल गई। इसी बीच एक कार मंदिर परिसर में पहुंची, जिससे कुछ लोग उतरे। इन लोगों ने खुद को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) का जवान बताया और कहा कि वे इस मामले की जांच के लिए आए हैं। उन्होंने बाबा गडामदास के नाम से प्रसिद्ध रंगराज मंदिर के पुजारी से बातचीत की और खुदाई में मिले चांदी के सिक्कों से भरा घड़ा अपने साथ ले लिया।
मंदिर परिसर में मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही कार सवार लोग घड़ा लेकर मौके से फरार हो गए। शुरू में लोगों को लगा कि वास्तव में एसटीएफ की टीम आई है और कानूनी प्रक्रिया के तहत सिक्कों को अपने साथ ले गई है। इसी वजह से किसी ने तत्काल इसका विरोध नहीं किया।
कुछ समय बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की। पुलिस को बताया गया कि चांदी के सिक्के मौके पर नहीं हैं और उन्हें एसटीएफ के लोग ले गए हैं। शुरुआती जानकारी के आधार पर पुलिस बिना किसी कार्रवाई के वापस लौट गई। हालांकि, थोड़ी ही देर बाद यह बात सामने आई कि सिक्के ले जाने वाले लोग असली एसटीएफ के नहीं थे, बल्कि फर्जी तरीके से खुद को अधिकारी बताकर खजाना लेकर फरार हो गए।
जैसे ही यह जानकारी पुलिस तक पहुंची, पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए दोबारा जांच शुरू की गई। पुलिस के अनुसार, जेसीबी मालिक ने खुदाई के दौरान घड़ा निकलने की सूचना कटहाघाट निवासी एक व्यक्ति को दी थी, जिसके बाद इस घटना की कड़ियां जुड़ती दिख रही हैं।
देहात कोतवाली के इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि इस मामले में चार से पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी, ठगी और सरकारी अधिकारी बनकर अपराध करने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस टीम पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
पुलिस का कहना है कि कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही इस घटना का खुलासा कर लिया जाएगा। इस घटना के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं हैं और लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर जमीन में दबा यह कथित खजाना किस दौर का था और फर्जी एसटीएफ बनकर आए लोग कौन थे।