ताइवान में 7.0 तीव्रता का भूकंप, राजधानी ताइपे तक हिली इमारतें; लोगों में दहशत, नुकसान का आकलन जारी
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि राजधानी ताइपे समेत आसपास के क्षेत्रों में लोग घरों, दुकानों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।;
ताइवान में एक बार फिर प्रकृति ने जोरदार दस्तक दी है। देश में सोमवार को 7.0 मैग्नीट्यूड की तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया, जिससे कई इलाकों में इमारतें हिल उठीं और लोगों में दहशत फैल गई। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि राजधानी ताइपे समेत आसपास के क्षेत्रों में लोग घरों, दुकानों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। हालांकि, राहत की बात यह है कि अभी तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
स्थानीय मौसम एजेंसी के मुताबिक भूकंप का केंद्र यिलान काउंटी हॉल से करीब 32.3 किलोमीटर पूर्व में स्थित था। भूकंप की गहराई जमीन से लगभग 72.8 किलोमीटर नीचे बताई गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, गहराई अधिक होने के कारण झटके व्यापक क्षेत्र में महसूस किए गए, लेकिन इससे सतही नुकसान अपेक्षाकृत कम रहने की संभावना रहती है। इसके बावजूद प्रशासन ने किसी भी संभावित खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है।
भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं। इन विजुअल्स में देखा जा सकता है कि लोग अचानक दुकानों और घरों से बाहर भागते नजर आ रहे हैं। एक वायरल वीडियो में दवा की दुकान के रैक पर रखी दवाइयां तेज झटकों के कारण नीचे गिरती दिखाई दे रही हैं। वहीं, एक अन्य वीडियो में एक व्यक्ति अपने घर में टीवी पर समाचार देख रहा होता है, तभी भूकंप के झटकों से घर के भीतर रखी चीजें गिरने लगती हैं। इन दृश्यों ने भूकंप की तीव्रता को साफ तौर पर उजागर कर दिया है।
राष्ट्रीय फायर एजेंसी ने जानकारी दी है कि फिलहाल नुकसान का आकलन किया जा रहा है। एजेंसी के मुताबिक, भूकंप के बाद किसी भी प्रकार की सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है। ताइपे सिटी सरकार ने भी बयान जारी कर कहा है कि अभी तक किसी बड़ी क्षति या जनहानि की तात्कालिक रिपोर्ट सामने नहीं आई है। हालांकि, आपातकालीन टीमें सतर्क हैं और प्रभावित इलाकों से लगातार जानकारी जुटाई जा रही है।
अधिकारियों ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। नागरिकों से कहा गया है कि वे शांत रहें, किसी भी असुरक्षित या हानिकारक वस्तु से दूर रहें और भूकंप के झटके पूरी तरह रुकने तक सुरक्षित स्थान पर रहें। इसके अलावा, लोगों को अपने बिस्तरों के पास जूते और टॉर्च रखने की सलाह दी गई है ताकि आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके। विशेषज्ञों ने यह भी चेताया है कि आफ्टरशॉक्स यानी भूकंप के बाद के हल्के झटके आ सकते हैं, इसलिए सतर्कता बेहद जरूरी है।
गौरतलब है कि ताइवान भौगोलिक रूप से दो टेक्टोनिक प्लेट्स के मिलन क्षेत्र के पास स्थित है, जिस कारण यहां भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है। देश पहले भी कई विनाशकारी भूकंप झेल चुका है। वर्ष 2016 में दक्षिणी ताइवान में आए शक्तिशाली भूकंप में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। वहीं, 1999 में आए 7.3 तीव्रता के भूकंप ने तबाही मचाते हुए 2,000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी। ऐसे में ताजा भूकंप ने एक बार फिर लोगों की पुरानी यादें ताजा कर दी हैं और प्रशासन को सतर्क रहने पर मजबूर कर दिया है।