टीवीके प्रमुख विजय ने पीएम मोदी के 'चोल राजाओं की मूर्तियों' की घोषणा पर डीएमके को ठहराया जिम्मेदार
रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के गंगईकोंड चोलपुरम में आयोजित आदि तिरुवधिराई महोत्सव में चोल सम्राट राजराजा चोल और उनके पुत्र राजेंद्र चोल प्रथम की विशाल मूर्तियां स्थापित करने की घोषणा की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय ने सीधे प्रधानमंत्री पर हमला नहीं किया, बल्कि केंद्र सरकार और भाजपा को निशाने पर लिया।;
तमिलगा वेत्त्री कषगम (TVK) के अध्यक्ष और अभिनेता-नेता विजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चोल सम्राटों की भव्य मूर्तियों की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएमके सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। विजय ने कहा कि अगर डीएमके ने समय रहते चोल राजाओं को पूरा सम्मान दिया होता, तो भाजपा सरकार को तमिल गौरव को हथियाने का मौका नहीं मिलता।
रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के गंगईकोंड चोलपुरम में आयोजित आदि तिरुवधिराई महोत्सव में चोल सम्राट राजराजा चोल और उनके पुत्र राजेंद्र चोल प्रथम की विशाल मूर्तियां स्थापित करने की घोषणा की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए विजय ने सीधे प्रधानमंत्री पर हमला नहीं किया, बल्कि केंद्र सरकार और भाजपा को निशाने पर लिया।
विजय ने डीएमके पर आरोप लगाया कि उसने तमिल सभ्यता और इतिहास को सम्मान देने के अपने कर्तव्य को भुला दिया है। उन्होंने कहा कि डीएमके ने तमिलनाडु को भाजपा के सामने गिरवी रख दिया है और अब तमिलों के गौरव को भी गिरवी रखा जा रहा है।
टीवीके प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने कीलाड़ी उत्खनन से जुड़े तथ्यों को छिपाकर तमिल सभ्यता को दबाने की कोशिश की। अब वही सरकार चोलों की विरासत की बात कर रही है, जिसे विजय ने 'ढोंग और धोखा' करार दिया।
उन्होंने कहा कि डीएमके और भाजपा के बीच अंदरूनी सांठगांठ है और दोनों ही पार्टियां तमिल जनता के साथ राजनीतिक नाटक कर रही हैं। विजय ने विश्वास जताया कि जनता इस नाटक को 2026 के विधानसभा चुनाव में करारा जवाब देगी।