Ayodhya Ram Mandir GDP: आर्थिक केंद्र के रूप में उभर रहा है राममंदिर, जानें GDP ने अयोध्या का योगदान

Update: 2025-11-25 14:00 GMT

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या के राम मंदिर में ऐतिहासिक धर्मध्वज फहरा दिया है। ऐसे में राम मंदिर के निर्माण और जनवरी 2024 में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या की अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल आया है, जिसका मुख्य कारण धार्मिक पर्यटन में अभूतपूर्व वृद्धि है। सवाल उठता है कि राममंदिर से अयोध्या की GDP को कितना फायदा हुआ है।

अयोध्या की अर्थव्यवस्था में मुख्य परिवर्तन

जीडीपी योगदान: अयोध्या का उत्तर प्रदेश की राज्य जीडीपी (GSDP) में योगदान वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 0.94% था। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, यह बढ़कर लगभग 1.5% से 1.8% हो गया है, जिससे पता चलता है कि आर्थिक गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

पर्यटन राजस्व अनुमान: विभिन्न अनुमानों से संकेत मिलता है कि 2028 तक अयोध्या में पर्यटन से ₹18,000 करोड़ का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।

स्थानीय आय में वृद्धि: स्थानीय दुकानदारों, जैसे पूजा सामग्री और स्मृति चिन्ह बेचने वालों की दैनिक आय में कई गुना वृद्धि हुई है, कुछ मामलों में यह ₹3,000 से बढ़कर ₹25,000 प्रतिदिन तक पहुंच गई है।

आगंतुकों की संख्या: राम मंदिर खुलने के बाद पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। जनवरी 2024 में ही देश भर से 1.35 करोड़ (13.5 मिलियन) से अधिक पर्यटक अयोध्या आए थे।

भूमि और संपत्ति की कीमतें: शहर में जमीन की कीमतों में भी भारी उछाल आया है, कई जगहों पर कीमतें दस गुना तक बढ़ गई हैं।

बुनियादी ढांचा और विकास: केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न परियोजनाएं अयोध्या में चल रही हैं, जिससे इसकी आर्थिक रफ्तार को और बढ़ावा मिला है। शहर में होटल कारोबार और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।

आर्थिक केंद्र के रूप में उभर रहा राममंदिर

बता दें कि राम मंदिर के कारण अयोध्या अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र के रूप में उभर रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं और पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को गति मिली है।

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