CBSE का बड़ा फैसला! अब रि-इवैल्यूशन से पहले छात्र देख सकेंगे उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के बाद होने वाली पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में छात्रों को ज्यादा पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता देने के लिए बड़ा बदलाव किया है।;
नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) जल्द ही 10वीं और 12वीं कक्षा का बोर्ड रिजल्ट जारी करने वाला है। छात्र अपने रिजल्ट के इंतजार में हैं। इस बीच सीबीएसई ने एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के बाद होने वाली पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया है। यह बदलाव छात्रों को ज्यादा पारदर्शिता और आत्मनिर्भरता देने के उद्देश्य से किया गया है। इसके तहत अब छात्र पहले अपनी जांची गई उत्तर पुस्तिकाओं की फोटोकॉपी देख सकेंगे और उसके बाद ही वे री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन करेंगे।
क्या है नई प्रक्रिया?
नई व्यवस्था में छात्रों को पहले CBSE से मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं की फोटोकॉपी मिलेगी। इसके बाद वे जान सकेंगे कि किस प्रश्न में कितनी कटौती हुई है और किस उत्तर के लिए कितने अंक मिले हैं। यह पारदर्शिता उन्हें अंकों के सत्यापन या री-इवैल्यूएशन के लिए आवेदन करने में मदद करेगी।
इसमें तीन चरण होंगे- पहले छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी प्राप्त करेंगे। इसके बाद वह अंकों का सत्यापन करेंगे। इस दौरान अगर उन्हें उत्तरों के मूल्यांकन पर संदेह होता है, तो वह इसके बाद री-वैल्यूएशन के लिए आवेदन करेंगे।
पहले क्या होता था?
विद्यार्थियों को पहले अंकों के सत्यापन के लिए आवेदन करना होता था। उसके बाद वे फोटोकॉपी ले सकते थे और फिर अंतिम चरण में री-इवैल्यूएशन शुरू होता था। लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है, ताकि विद्यार्थी समझ सकें कि उन्हें अंक क्यों और कैसे मिले हैं और उन्हें री-इवैल्यूएशन का सही निर्णय लेने में आसानी हो।