बाबर कोई मसीहा नहीं था...विधायक हुमायूं कबीर पर मुस्लिम नेताओं का आक्रोश! कहा- मुल्क में फिर से नफरत फैलाने की तैयारी
बाबरी मस्जिद केस के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी इसे राजीनीति करार दिया है।;
मुर्शिदाबाद। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने हाल ही में अयोध्या की बाबरी मस्जिद की तर्ज पर बनने वाली मस्जिद के लिए पत्थर व ईंट रखी। इसको लेकर रामनगरी अयोध्या के संत एवं धर्मगुरुओं में गहरा आक्रोश छाया है। संतों ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों का अपमान करने का काम हुमायूं कबीर ने किया है।
कोर्ट के फैसले का मुस्लिम ने किया सम्मान
बाबरी मस्जिद केस के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी इसे राजीनीति करार दिया है। उन्होंने कहा कि अब राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद पर कोई झगड़ा नहीं है। कोर्ट के फैसले को देश भर के मुसलमानों ने सम्मान दिया है। बंगाल में टीएमसी नेताओं को चुनाव से पहले बाबर के नाम पर बनी मस्जिद की याद आ गई। चुनाव अभी शुरू नहीं हुए हैं, लेकिन मंदिर-मस्जिद की राजनीति शुरू हो गई है। हमारा मानना है कि बाबर के नाम पर कोई मस्जिद नहीं बननी चाहिए, क्योंकि बाबर कोई मसीहा नहीं था।
यह पूरे मुल्क में फिर से नफरत फैलाने की तैयारी है
इस मामले में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी निलंबित TMC विधायक हुमायूं कबीर पर तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह पूरे मुल्क में फिर से नफरत फैलाने की तैयारी है और वह जो व्यक्ति जो यह काम कर रहा है उसने 2019 में भाजपा की ओर से चुनाव लड़ा था, वह भाजपा का व्यक्ति है। पश्चिम बंगाल सरकार को इसपर कड़ा एक्शन लेना चाहिए।
TMC पश्चिम बंगाल में वोट बैंक की राजनीति चाहती है
वहीं, भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि TMC पश्चिम बंगाल का माहौल खराब करना चाहती है। एक ओर हुमायूं कबीर को TMC से बाहर कर दिया, दूसरी ओर TMC के इशारे पर ही यह सब काम हो रहा है। TMC पश्चिम बंगाल में वोट बैंक की राजनीति करना चाहती है।