डोनाल्ड ट्रंप का दावा: रूस से तेल नहीं खरीदेगा भारत...को लेकर आया बड़ा बयान- भारत विश्व में उपलब्ध बेहतर विकल्पों से ही खरीदेगा तेल

भारत की ऊर्जा नीति राष्ट्रीय हित और अंतरराष्ट्रीय नियमों के दायरे के तहत काम करती है;

By :  Aryan
Update: 2025-08-02 06:52 GMT

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दावे के साथ कहा था कि भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया है। जबकि उनके इस दावे को भ्रामक बताया जा रहा है। क्योंकि भारत अभी भी रूस से तेल खरीद कर रहा है।

यूरोपीय संघ ने रूसी कच्चे तेल के लिए डालर 47.6 प्रति बैरल की नई मूल्य सीमा की मांग की

सूत्रों ने बताया कि अगर भारत ने रूस से तेल नहीं खरीदता तो OPEC+ देशों द्वारा 5.86 मिलियन बैरल प्रति दिन की कटौती के चलते वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें डालर 137 से भी ऊपर जा सकती थी, जिससे दुनियाभर में महंगाई और अधिक बढ़ जाती।

वहीं, यूरोपीय संघ ने रूसी कच्चे तेल के लिए डालर  47.6 प्रति बैरल की नई मूल्य सीमा की मांग की है। नई कीमतें सितंबर से लागू की जाएगी।

भारत 85% कच्चे तेल की ज़रूरतों के लिए आयात पर निर्भर है

विश्व के तीसरे नंबर पर सबसे बड़ा ऊर्जा का उपभोक्ता भारत है। अपनी 85% कच्चे तेल की ज़रूरतों के लिए आयात पर निर्भर है। ऐसे में भारत ने ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए रणनीति तैयार किया है। भारत ने G7 और यूरोपीय संघ द्वारा लागू डालर 60 प्रति बैरल के प्राइस कैप का पालन करते हुए ही रूस ले तेल खरीदा है। जिन देशों पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हैं, भारत की सरकारी तेल कंपनियों ने उन देशों से तेल नहीं खरीदा है।

ट्रंप के दावे पर भारत ने दिया दो-टूक जवाब

जानकारी के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, मुझे जानकारी मिली है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदता है। अगर ये सही है, तो ये कदम सराहनीय है। ट्रंप के इस दावे पर भारत ने करारा जवाब देते हुए कहा कि अभी ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। भारत की ऊर्जा नीति राष्ट्रीय हित और अंतरराष्ट्रीय नियमों के दायरे के तहत काम करती है। भारत का तेल आयात पूरी तरह से मूल्य, कच्चे तेल की गुणवत्ता, मौजूदा भंडार, लॉजिस्टिक्स और अन्य आर्थिक कारकों पर आधारित होता है।


Tags:    

Similar News