दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रों शहरों में हेल्थ इंश्योरेंस होगा महंगा, जानें क्यों बढ़ेगा प्रीमियम

कई बीमा कंपनियां शहरों के हिसाब से प्रीमियम तय करने के मॉडल की दोबारा जांच कर रही हैं;

By :  Aryan
Update: 2025-11-26 13:10 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ और कानपुर जैसे बड़े शहरों में ठंड के समय में हवा की क्वालिटी खराब हो जाती है। लेकिन इसका सीधा असर आपकी हेल्थ के साथ ही हेल्थ इंश्योरेंस पर भी दिख सकता है। इस विषय पर केयर हेल्थ इंश्योरेंस के हेड ऑफ डिस्ट्रिब्यूशन ने अपना पक्ष रखा है।

मेट्रो शहरों के रिस्क प्रोफाइल बढ़ी

कई बीमा कंपनियां शहरों के हिसाब से प्रीमियम तय करने के मॉडल की दोबारा जांच कर रही हैं, क्योंकि प्रदूषण, लाइफस्टाइल बीमारियां और बढ़ती इलाज की लागत मेट्रो शहरों के रिस्क प्रोफाइल को बढ़ा रही हैं।

दिल्ली-NCR में प्रदूषण का स्तर

दिल्ली-NCR में लगातार खराब AQI और मुंबई में निर्माण धूल, ट्रैफिक और मौसम के कारण प्रदूषण बढ़ा है। इसके अलावा कई शहर भारत के सबसे प्रदूषित इलाकों की लिस्ट में रहते हैं। कंपनियों के अनुसार, इन जगहों पर प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

पहले से बीमार लोगों में फेफड़ों की समस्या में बढ़ोतरी

केयर हेल्थ इंश्योरेंस के हेड ऑफ डिस्ट्रिब्यूशन ने जानकारी देते हुए कहा कि हवा की गुणवत्ता और सेहत के जोखिम का रिश्ता अब नकारा नहीं जा सकता। उनके अनुसार, लगातार जहरीली हवा में रहने से बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में फेफड़ों और दिल से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि इसका असर सिर्फ क्लेम पर नहीं पड़ता, बल्कि यह बीमारी के फैलाव, इलाज की जरूरत और लंबे समय की स्वास्थ्य योजना को भी बदल देता है।

प्रदूषण से जुड़े इंश्योरेंस क्लेम में लगभग 43% बच्चे शामिल

प्रदूषण न सिर्फ सेहत बिगाड़ रहा है, बल्कि परिवारों का खर्च भी बढ़ा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, सभी प्रदूषण से जुड़े क्लेम में लगभग 43% बच्चे शामिल हैं, यानी सबसे अधिक प्रभावित यही आयु वर्ग है। इसके अलावा सांस और दिल की बीमारियों का इलाज पिछले एक साल में 11% महंगा हुआ है और बच्चों पर इसका असर बाकी आयु समूहों की तुलना में पांच गुना अधिक देखा गया है।

मेट्रो शहर में महंगा हो सकता है हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम

ऐसे में अगर आप दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू जैसे मेट्रो शहर में रहते हैं, तो आपका हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम आने वाले समय में और महंगा हो सकता है। जानकारी के मुताबिक, इंश्योरेंस कंपनियां अब शहर के हिसाब से प्रीमियम तय करने की तैयारी में हैं और इसमें सबसे ज्यादा असर मेट्रो शहरों पर दिखेगा।

इंश्योरेंस कंपनियां शहर के हिसाब से तय करती है प्रीमियम

इंश्योरेंस कंपनियां पूरे देश को अलग-अलग शहर जोन में बांटती हैं, ताकि हर जगह के हिसाब से सही प्रीमियम तय किया जा सके। अधिकतर कंपनियां भारत को तीन zones में रखती हैं। Zone 1 में दिल्ली और मुंबई जैसे मेट्रो शहर आते हैं, Zone 2 में बड़े शहर और Zone 3 में छोटे शहर शामिल होते हैं। मेट्रो शहरों में हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम 10 से 20 प्रतिशत तक अधिक होता है, क्योंकि यहां अस्पताल में इलाज का खर्च काफी अधिक है।


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