व्रत में फूलता है पेट तो राहत पाने के लिए अपनाएं ये उपाय, जानें क्या है व्रत में पेट फूलने के कारण
नई दिल्ली। नवरात्र का त्योहार भक्ति, उपवास और मां दुर्गा के आशीर्वाद से जुड़ा है। सभी भक्तजन माता को खुश करने के लिए 9 दिन की कड़ी तपस्या करते है। ये शरीर और मन को शुद्ध करने का भी एक तरीका है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि व्रत रखने के बाद भी आपका पेट फूलने लगे, एसिडिटी हो जाए या गैस से बुरा हाल हो जाए? व्रत में पेट फूलने की समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जैसे निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन), पाचन का धीमा होना और खान-पान की गलत आदतें। इसे रोकने और राहत पाने के लिए आप कुछ आसान उपाय अपना सकते हैं।
पेट फूलने से राहत पाने के उपाय
1. भरपूर पानी पिएं- उपवास के दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पाचन बेहतर होता है और कब्ज से राहत मिलती है, जो अक्सर पेट फूलने का कारण बनता है। आप नारियल पानी भी ले सकते हैं, जो प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है।
2. अदरक की चाय पिएं- अदरक में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो गैस और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
3. सौंफ खाएं- सौंफ के बीज गैस को बाहर निकालने और पाचन तंत्र को आराम देने में सहायक होते हैं।
4. धीरे-धीरे खाएं- व्रत खोलने के बाद जल्दबाजी में बहुत सारा खाना न खाएं। भोजन को धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाने से पाचन आसान होता है और पेट फूलने की समस्या नहीं होती।
5. फाइबर युक्त फलाहार लें- फलों और सब्जियों जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पाचन को दुरुस्त रखते हैं और कब्ज को रोकते हैं। हालांकि, अधिक फाइबर भी गैस बना सकता है, इसलिए इसे संतुलित मात्रा में ही लें।
6. प्रोबायोटिक्स लें- दही और छाछ जैसे प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ आंतों में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बनाए रखते हैं, जिससे पाचन बेहतर होता है।
7. गुनगुना पानी पिएं- ठंडे पानी के बजाय गुनगुना पानी पिएं। इसमें हींग मिलाकर पीने से भी गैस की समस्या से राहत मिलती है।
8. व्यायाम करें- हल्की-फुल्की सैर या पवनमुक्तासन जैसे योग मुद्राएं गैस से राहत दिलाने में सहायक हो सकती हैं।
व्रत में पेट फूलने के कारण
पाचन में धीमापन- व्रत के दौरान जब आप लंबे समय तक कुछ नहीं खाते, तो पाचन तंत्र की गति धीमी हो जाती है। ऐसे में जब आप खाना खाते हैं, तो पेट को उसे पचाने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे गैस बनती है।
अचानक भारी भोजन- व्रत खोलने के समय एक साथ बहुत ज्यादा और भारी भोजन करने से पाचन तंत्र पर अचानक दबाव पड़ता है। यह स्थिति गैस और सूजन पैदा कर सकती है।
गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थ- कई फलाहार में ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं, जिनसे गैस बनती है। उदाहरण के लिए, कुछ सब्जियां, अधिक फाइबर वाले फल या तली-भुनी चीजें।
निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन)- व्रत में कम पानी पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे कब्ज और सूजन हो सकती है।
लैक्टोज असहिष्णुता- यदि आप व्रत में दूध या दूध से बने उत्पादों का सेवन करते हैं और आपको लैक्टोज असहिष्णुता है, तो इससे भी पेट फूल सकता है।
इन बातों का भी ध्यान रखें
कुछ खाद्य पदार्थों से बचें- तले हुए, मसालेदार और गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं। बहुत अधिक चीनी वाले पेय और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स भी पेट फूलने का कारण बन सकते हैं।
पेट को खाली न रखें- पूरे दिन खाली पेट रहने से एसिडिटी हो सकती है, जो पेट फूलने की वजह बनती है। बीच-बीच में थोड़ा-थोड़ा फलाहार लेते रहें।