BIHAR: बिहार में बन रहा सबसे बड़ा पुल तीसरी बार हुआ हादसे का शिकार! इस बार सिगमेंट कोसी नदी में समा गया
निर्माण के बाद से अब तक यह पुल तीन बार हादसे का शिकार हो चुका है। पहले एक बार नदी के तेज बहाव में पुल का पिलर बह गया था। दूसरी बार पिलर कोसी नदी में धंस गया था।;
पटना। बिहार में विकास के नाम पर हो रही धांधली को नदियों पर बना पुल बीच-बीच में बयां करते रहता है। कभी पुल टूट जाता है तो कभी बह जाता है। ऐसी कई घटनाएं अपने पिछले दिनों सुनी होंगी। अब ताजा घटना थाना बिहपुर से फुलौत के बीच कोसी नदी पर निर्माणाधीन पुल की है। बता दें कि यह पुल बिहार का सबसे बड़ा पुल बनने जा रहा है लेकिन अपने निर्माण से अब तक तीन बार क्षतिग्रस्त हुआ है।
तीसरी बार क्या हादसा हुआ
इस पुल की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में रखा था। निर्माण के बाद से अब तक यह पुल तीन बार हादसे का शिकार हो चुका है। पहले एक बार नदी के तेज बहाव में पुल का पिलर बह गया था। दूसरी बार पिलर कोसी नदी में धंस गया था। इस बार 40 फीट की दूरी में पुल का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
कैसे पुल हुआ क्षतिग्रस्त
भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत मुहान घाट के पास आज तड़के वोल्वो लोडर से सिग्मेंट ढोते वक्त यह हादसा हुआ। पुल का 40 फीट हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। दरअसल घटना के दौरान एक भारी सिगमेंट को लोडर द्वारा पार कराया जा रहा था तभी लोडर का प्रेशर पंप का पाइप फट गया। इस हादसे में पांच सिगमेंट क्षतिग्रस्त हो गया जबकि एक सिगमेंट कोसी नदी में समा गया। इस घटना के दौरान अगर मजदूर मौजूद होते तो यह और बड़ा हादसा हो जाता है।
जानिए पुल का महत्व
कोसी नदी बिहार के लिए अभिशाप है। यह नदी नेपाल से निकलती है और 125 किलोमीटर की दूरी तय कर कटिहार जिले में कुर्सेला के पास गंगा नदी में मिलती है। पुल के बन जाने से उत्तरी बिहार और दक्षिणी बिहार में कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी यह बिहार के विकास के लिए बड़ी बात होगी। इस पुल की डेट लाइन 2026 है और परियोजना की कुल लागत 996 करोड रुपए है। एनएच-106 मिसिंग लिंक (30 किमी) परियोजना के तहत यह पुल 6.94 किमी लंबा होगा। जो बिहार का अब तक का सबसे लंबा पुल होगा।