Subhanshu Shukla : ऐसे धरती पर पहुंचे शुभांशु शुक्ला, बोले मोदी- समर्पण और साहस दिखा कर करोड़ों लोगों के सपनों को पूरा किया

यह मिशन मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन- गगनयान की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ;

By :  Aryan
Update: 2025-07-15 11:20 GMT

नई दिल्ली। शुभांशु शुक्ला की ISS से वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताते हुए शुभकामनाएं दी है। पीएम ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, जिन्होंने अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया और अब पृथ्वी पर लौटे हैं। ISS का दौरा करने वाले भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु ने अपने समर्पण और साहस दिखा कर करोड़ों लोगों के सपनों को पूरा किया है। यह मिशन मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन- गगनयान की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ है।

भारत के सपनों को दी ऊंची उड़ान

इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए कहा कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक एक्सिओम-4 मिशन से सफलतापूर्वक वापसी हर भारतीय के लिए फर्क का लम्हा है। उन्होंने न केवल अंतरिक्ष को छुआ है, बल्कि भारत के सपनों को नई ऊंचाई तक ले गए हैं।

ISS पर रहने और काम करने के बाद भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री शुक्ला, अपने एक्सिओम-4 चालक दल के साथ, ऑर्बिटिंग लेबोरेट्री में 18 दिनों का वक्त पूरा करने के बाद वापस लौट आए। वे दोपहर करीब 3:01 बजे (भारतीय समयानुसार) सैन डिएगो के पास उतरे और ऐतिहासिक एक्सिओम-4 (एक्स-4) मिशन पूरा हुआ।

पैराशूट की सफल तैनाती के बाद समुद्र में आसानी से उतर पाए

शुभांशु शुक्ला, सोमवार दोपहर (भारतीय समयानुसार) अंतरिक्ष स्टेशन से अनडॉक हुए और ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर 22 घंटे का सफर पूरा करने के बाद धरती पर वापस लौट आए।

जब ड्रैगन 27,000 किमी/घंटा से ज्यादा की स्पीड से पृथ्वी के वायुमंडल से गुज़रा, तो शुभांशु शुक्ला और उनके साथी- कमांडर पैगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोज़ उज़्नान्स्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी) को अत्यधिक गर्मी और गुरुत्वाकर्षण बल का सामना करना पड़ा, जिसके बाद पैराशूट की सफल तैनाती के बाद वे समुद्र में आसानी से उतर पाए।


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