सर्दियों में इन कारणों से बढ़ जाता है तनाव: धूप, योग और पौष्टिक आहार हैं समाधान!
सर्दियों का मौसम अपने साथ भले ही खुशनुमा ठंडक लाता है, लेकिन कम धूप और सामाजिक गतिविधियों में कमी के कारण कई लोगों में तनाव (Stress) और अवसाद (Depression) की समस्या बढ़ जाती है, जिसे 'सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर' (SAD) भी कहा जाता है। विशेषज्ञ इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए कुछ आसान और प्रभावी उपाय अपनाने की सलाह देते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन सरल उपायों को अपनाकर व्यक्ति सर्दियों के तनाव से आसानी से निपट सकते हैं और मौसम का भरपूर आनंद ले सकते हैं। यदि तनाव के लक्षण गंभीर हों, तो किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है।
प्रमुख उपचार और बचाव के तरीके
धूप का सेवन (Vitamin D): सर्दियों में सूर्य की रोशनी कम मिलने से शरीर में विटामिन D और 'खुशी का हार्मोन' सेरोटोनिन का स्तर घट जाता है। इससे बचने के लिए रोजाना सुबह कम से कम 15-20 मिनट धूप में बैठना बेहद ज़रूरी है। यह न सिर्फ विटामिन D बढ़ाता है, बल्कि मूड भी बेहतर करता है।
नियमित व्यायाम और योग: ठंड में आलस्य बढ़ जाता है, जिससे शरीर में जकड़न महसूस होती है। हल्का व्यायाम, योग, प्राणायाम (जैसे अनुलोम-विलोम, कपालभाति) और स्ट्रेचिंग करने से रक्त संचार बेहतर होता है, शरीर गर्म रहता है और तनाव कम करने वाले एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होते हैं।
संतुलित और गर्म आहार: पौष्टिक भोजन ऊर्जा देता है और दिमाग को शांत रखता है। अपनी डाइट में गर्म, पौष्टिक खाद्य पदार्थ, हरी सब्जियां, मौसमी फल, साबुत अनाज, और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ (जैसे अखरोट, अलसी) शामिल करें। जंक फूड, अधिक कैफीन और अल्कोहल से बचें।
पर्याप्त नींद: रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना तनाव को दूर रखने का एक सरल उपाय है। अच्छी नींद से दिमाग को आराम मिलता है और मूड बेहतर होता है।
सामाजिक जुड़ाव: सर्दियों में घर में बंद रहने से अकेलापन बढ़ सकता है। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं या वीडियो कॉल पर बातचीत करें। सामाजिक संबंध मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मन की शांति: रोजाना कुछ मिनट ध्यान (Meditation) लगाएं या कोई नया शौक (जैसे पेंटिंग, लेखन) अपनाएं। इससे मन शांत रहता है और दिमाग सक्रिय बना रहता है।
अभ्यंग (गर्म तेल की मालिश): गर्म तेल से शरीर की मालिश करने से तंत्रिका तंत्र शांत होता है और रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।